यूपी के किसी संदिग्ध मरीज में नहीं मिला कोरोना वायरस, लखनऊ समेत चार जिलों की रिपोर्ट निगेटिव

राहत की खबर है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना के संदिग्ध मरीजों में से किसी में भी कोरोना वायरस नहीं पाया गया है। लखनऊ, महाराजगंज, गाजियाबाद व मुजफ्फरनगर के चार संदिग्ध मरीजों के सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआइवी) पुणे जांच के लिए भेजे गए थे। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं चीन से आए 29 यात्रियों को पूरी सतर्कता के साथ उनके घरों पर (होम आइसोलेशन) ही रखा गया है। उनके परिवार वालों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है।


चीन सहित कोरोना वायरस से प्रभावित अन्य देशों से आए मरीजों की अलग-अलग श्रेणी तय कर दी गई हैं। 15 जनवरी के बाद आए संदिग्ध मरीजों को अस्पतालों के विशेष आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा। दूसरी तरफ जिन्हें आए हुए 28 दिन से ज्यादा हो गए हैं, उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। उन्हें घर से कम से कम निकलने की सलाह दी गई है। पूरे प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए 820 आइसोलेशन बेड की विशेष व्यवस्था की गई है।


 


यूपी के बार्डर पर अब तक 1.42 लाख की जांच


यूपी के बार्डर खासकर नेपाल से सटी सीमा के जिलों में बने चेक पोस्ट पर एसएसबी की मदद से अभी तक 1.42 लाख लोगों की स्कैनिंग की जा चुकी है। बिना जांच किसी को यूपी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा। वहीं एयरपोर्ट पर 397 लोगों की स्कैनिंग हुई। नेपाल की सीमा से सटे जिलों के गांवों में अभी तक 836 जागरूकता मीटिंग की जा चुकी हैं।


हेल्पलाइन नंबर जारी


फिलहाल स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस को लेकर पूरी तरह अलर्ट है और उसने इसके लिए हेल्प लाइन नंबर 1800-180-5145 जारी किया है।


केजीएमयू में कोरोना वायरस की जांच शुरू


उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की जांच के लिए किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में व्यवस्था कर ली गई है। यहां जांच के लिए जरूरी रीएजेंट आ गए हैं। ऐसे में अब जांच के लिए सैंपल को पुणे नहीं भेजना पड़ेगा।